गुरुवार को इन कार्यों को करने से नहीं आएंगी आर्थिक परेशानियां।। Guruvar Ko Dhan Prapti Hetu Kare Yeh Kam.
अगर बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु जी को प्रसन्न किया जाए तो लक्ष्मी जी भी स्वयं प्रसन्न हो जाती हैं। बृहस्पतिवार का दिन देवगुरु बृहस्पति को समर्पित है। गुरुवार के दिन पीपल का पत्ता लें और उसे धोकर शुद्ध करें। फिर गंगाजल से भी इसे पवित्र करें।
मित्रों, अगर आप अपने जीवन में आर्थिक समस्याओं से जुझ रहे हैं तो गुरुवार को इन कुछ उपायों को करने से इस तरह की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। ऐसे में अगर आपको धन से जुड़े मामलों में सफलता नहीं मिल पा रही है या फिर किसी भी तरह की आर्थिक समस्या है तो आपको गुरुवार के दिन इन कुछ विशेष उपाय करने होंगे।।
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु जी को समर्पित है। इनकी पत्नी माता लक्ष्मी जी हैं। अगर आज के दिन भगवान विष्णु जी को प्रसन्न किया जाए तो माता लक्ष्मी जी भी स्वयं प्रसन्न हो जाती हैं। यह गुरुवार का दिन देवगुरु बृहस्पति को समर्पित है। देवगुरु बृहस्पति वृद्धि के कारक ग्रह माने जाते हैं। अगर इनसे जुड़े कुछ उपाय इस दिन किए जाएं तो व्यक्ति के जीवन से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।।
करना यह है, कि गुरुवार के दिन एक पीपल का पत्ता लें और उसे धोकर शुद्ध करें। फिर गंगाजल से भी इसे पवित्र करें। इस पर रोली से ओम श्रीं ह्रीं श्रीं नमः लिखें। फिर इसे सुखा लें। सूखने के बाद इसे पर्स में रख लें। साथ ही मां लक्ष्मी के स्वरूप अंकित चांदी का एक सिक्का भी अपने पर्स में रख लें। ऐसा करने से आपको कभी भी पैसों की कमी नहीं रहेगी।।
दूसरा उपाय यह भी एक कर सकते है। तांबे के एक पत्र पर कुबेर देवता का एक यंत्र अथवा एक श्री यंत्र अंकित कराएं और उसे पर्स में रख लें। इसके अलावा गोमती चक्र, कौड़ी, केसर और हल्दी के टुकड़े में से कोई एक चीज भी अपने पर्स में रखें। इससे आपके घर एवं पर्स में भी सदैव समृद्धि बनी रहती है।।
तीसरा उपाय यह करना है, कि किसी भी शुक्ल पक्ष के गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा की जाए तो भगवान विष्णु जी बेहद प्रसन्न हो जाते हैं। ऐसा करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि एवं शांति प्राप्त होता है। साथ ही इस उपाय से आपके घर में सदैव संपन्नता भी बनी रहती है।।
मित्रों, अगर आपकी जन्म कुंडली में गुरु की स्थिति खराब चल रही हो तथा किसी व्यक्ति के विवाह में बाधा आ रही हो तो ऐसे में बृहस्पतिवार का व्रत करना चाहिए। साथ ही केले के पेड़ की पूजा भी करनी चाहिए। हल्दी की एक गाँठ दाहिने बांह पर पीले कपड़े में बाँधकर रखें। ऐसा करने से व्यक्ति की कुंडली में गुरुग्रह मजबूत होता है। साथ ही विवाह में आ रही बधाएं भी समाप्त हो जाती है।।
समान्यतः गुरुवार के दिन प्रत्येक व्यक्तियों के लिए केला खाना वर्जित माना गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, केले के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास होता है। बृहस्पति को धर्म एवं शिक्षा का भी कारक माना गया है। ऐसा करने से शिक्षा में भी सफलता मिलती है। धर्म के प्रति भी रुझान बढ़ता है।।
गुरुवार को नहीं करने चाहिए ये काम इनसे दुर्भाग्य आता है।। Guruvar Ko Aise Kam Na Karen.
बृहस्पतिवार का दिन अत्यंत ही शुभ दिन माना जाता है। इसलिए इस दिन बहुत सारे काम किए जा सकते हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो देवगुरु बृहस्पति का बहुत बड़ा स्थान माना गया है। साथ ही यदि हम ब्रह्मांड की बात करें तो नौ ग्रहों में बृहस्पति ग्रह को सबसे भारी ग्रह भी माना गया है।।
यही कारण है, कि जिन कार्यों को इस दिन करने से घर में हल्कापन आता है, उन्हें धार्मिक दृष्टिकोण से वर्जित बताया गया है। क्योंकि इन कार्यों को करने से गुरु कमजोर होता है। बृहस्पति को धर्म एवं शिक्षा का भी कारक माना गया है। ऐसा करने पर शिक्षा में असफलता मिलती है। धर्म के प्रति रुचि भी कम होता जाता है।।
मित्रों, बृहस्पतिवार को भगवान लक्ष्मीनारायण का दिन माना जाता है। इस दिन कुछ ऐसे काम होते हैं, जिन्हें करना वर्जित बताया गया है। ऐसे काम करने से माता लक्ष्मी और भगवान नारायण दोनों ही रुष्ट हो सकते हैं। इसलिए बृहपतिवार को इन वर्जित कार्यों को करने बचना चाहिए। आइये जानते है, वो कौन से पांच काम हैं जिन्हें करने से माता लक्ष्मी रुष्ट होती है।।
गुरुवार को महिलाओं को बाल नहीं धोने चाहिए। क्योंकि बृहस्पति ही महिलाओं के पति और संतान दोनों का कारक माना गया है। इस प्रकार अकेला बृहस्पति ग्रह संतान और पति दोनों को प्रभावित करता है। इसलिए इस दिन सिर धोने से बृहस्पति की स्थिति कमजोर होती है। इससे संतान और पति दोनों की उन्नति में बाधा आती है।।
बृहस्पतिवार के दिन महिला हो या पुरुष किसी को भी कभी भी बाल नहीं कटवाना चाहिए। साथ ही नाखून एवं दाढ़ी अथवा क्षौर कर्म जिसे कहा जाता है, कभी भी नहीं करना करवाना चाहिए। इससे भी बृहस्पति ग्रह कमजोर होता है। इससे आयु कम होती है और उन्नति में अनेकों प्रकार की बाधाएं आ सकती हैं।।
इस दिन महिलाओं को ब्यूटी पार्लर में भी नहीं जानी चाहिए। ऐसा करने से गुरु कमजोर होता है और जीवन में बाधाएं उत्पन्न करता है। इस दिन किसी भी स्त्री-पुरुषों को भी नाखून भी नहीं काटने चाहिए। इस दिन घर में पोंछा भी नहीं लगाना चाहिए। साथ ही घर में उस जगह की सफाई भी नहीं करनी चाहिए, जहां रोजाना सफाई न होती हो।।
वास्तुशास्त्र के अनुसार ईशान कोण का स्वामी गुरु होता है। ईशान कोण का संबंध बच्चों से होता है। इसलिए इस दिन कबाड़ निकालने, जाले साफ करने, फर्श धोने से ईशान कोण कमजोर होता है। इसका विपरित प्रभाव बच्चों एवं गृह स्वामी पर पड़ता है। गुरुवार को साबुन लगाकर कपड़े धोने से भी गुरु कमजोर होता है। इसलिए इस दिन साबुन लगाकर कपड़े नहीं धोने चाहिए।।